हिन्दी पत्रकारिता दिवस के अवसर पर यूओयू में संगोष्ठी
हल्द्वानी, 30 मई। हिन्दी पत्रकारिता दिवस के अवसर पर उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय में आयोजित संगोष्ठी में बोलते हुए जानेमाने टिप्पणीकार, पद्मश्री प्रो.पुष्पेश पंत ने कहा कि आज हिन्दी का ह्रास और पत्रकारिता का अवमूल्यन हो रहा है। उन्होने कहा कि अखबार आज पाठक की जरूरत नही बल्कि आदत की वजह से खरीदा जाता है। जबकि कुलपति प्रो. नागेश्वर राव ने कहा कि हिन्दी पत्रकारिता को पाठकों को भी ध्यान में रखकर चलना चाहिए।





अमर उजाला के संपादक अनूप वाजपेयी ने कहा कि इस दिवस को उत्सव के रूप में मनाना चाहिए। नई चुनौतियों के साथ नया एजेंडा तय करना चाहिए। उन्होने कहा पत्रकारिता एक कठिन विधा है इसमें पककर जो तैयार होते है, वह ही सफल पत्रकार बन पाते है। आधारशिला पत्रिका के संपादक दिवाकर भट्ट ने कहा कि आज की पत्रकारिता की व्यावसायिक चुनौतियां है, हमें लोगों का विश्वास कायम रखना है तो निष्पक्ष पत्रकारिता करनी होगी। कुलसचिव प्रो. आरसी मिश्र ने कहा कि शिक्षा व पत्रकारिता का आपसी संबंध है। उन्होने आगन्तुकों का धन्यवाद किया। कार्यक्रम का संचालन पत्रकारिता विभाग के भूपेन सिंह व राजेंद्र कैड़ा ने किया। कार्यक्रम में निदेशक प्रो. एचपी शुक्ला, प्रो. पीडी पंत व राजेंद्रसिह क्वीरा सहित बड़ी संख्या में अध्यापक और पत्रकार लोग थे।
-राजेंद्र क्वीरा
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